ज्योतिष शास्त्र में मुहूर्त का बहुत चमत्कारिक ढंग से लाभ प्राप्त कर सकते है, मुहूर्त निकालना एक सुयोग्य ज्योतिषाचार्य पर निर्भर करता है। स्थूल रूप में कुछ नक्षत्रों की संज्ञा दी गई है जिनमे नाम के स्वरुप कार्य करने से सफलता मिलती है। ये सब स्थूल रूप में है सूक्षम रूप में मुहूर्त किसी विद्वान ज्योतिषाचार्य से निकलवाना उत्तम रहेगा।
उर्ध्वमुख नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
रोहिणी ,आर्द्रा, पुष्य ,उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ ,श्रवण ,धनिष्ठा ,शतभिषा ,उत्तरा भाद्रपद ये नौ नक्षत्र उर्ध्वमुख अर्थात ऊपर मुख वाले हैं | इन में विवाह आदि मंगल कार्य,राज्याभिषेक ,ध्वजारोहण,मंदिर निर्माण,बाग़-बगीचे लगवाना ,चार दीवारी बनवाना ,गृह निर्माण आदि कार्य करवाना शुभ रहता है |
अधोमुखी नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
कृतिका, भरणीं ,आश्लेषा, विशाखा, मघा ,मूल, पूर्वाषाढ़ ,पूर्वाफाल्गुनी, पूर्वा भाद्रपद ये नौ नक्षत्र अधोमुख अर्थात नीचे मुख वाले हैं | इन में तालाब कुएं खुदवाना ,नलकूप लगवाना ,चिकित्सा कर्म, विद्याध्ययन ,खनन,लेखन कार्य,शिल्प कार्य, भूमि में गड़े पदार्थों को निकालने का कार्य करना शुभ रहता है |
तिर्यङ्मुख नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
अनुराधा, मृगशिरा ,चित्रा, हस्त, ज्येष्ठा, पुनर्वसु ,अश्वनी, स्वाति, रेवती ये नौ नक्षत्र सामने मुख वाले हैं जिन में यात्रा करना ,खेत में हल जोतना ,पत्राचार करना ,सवारी करना ,वाहन निर्माण आरम्भ करना शुभ है |
ध्रुव संज्ञक नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
रोहिणी, उत्तराफाल्गुनी ,उत्तराषाढ ,उत्तरा भाद्रपद ये चार नक्षत्र ध्रुव नक्षत्र हैं जिनमें क्रय-विक्रय करना ,हल जोतना ,बीज बोना आदि कार्य करना शुभ हैं |
क्षिप्र संज्ञक नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
हस्त,अश्वनी,पुष्य ये तीन नक्षत्र क्षिप्र संज्ञक हैं जिनमें यात्रा करना ,दुकान लगाना,शिल्प कार्य,रति कार्य,ज्ञान अर्जन करना शुभ है |
साधारण संज्ञक नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
विशाखा तथा कृतिका साधारण नक्षत्र हैं जिनमे सभी कार्य किये जा सकते हैं |
चर संज्ञक नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
धनिष्ठा ,पुनर्वसु,शतभिषा ,स्वाति तथा श्रवण नक्षत्र चार संज्ञक हैं जिन में यात्रा करना ,बाग- बगीचे लगाना ,तथा परिवर्तन शील कार्य करना शुभ है |
मृदुसंज्ञक नक्षत्र तथा उसमें सफल होने वाले कार्य
मृगशिरा ,अनुराधा,चित्रा,रेवती मृदु नक्षत्र हैं जिनमें आभूषण निर्माण,खेल कूद,नवीन वस्त्र धारण करना ,गीत-संगीत से सम्बंधित कार्य करना शुभ रहेगा |